किस्मत की कमान टूट भी जाए तो क्या..
तरकश में तीर उम्मीदों के रखना,
धनुष बनाना कोई नया..अपनी धुन का..
और तीर प्रत्यंचा पर कसना..
भेद देना लक्ष्य जीवन का..।
तुमको शुभकामनाएं ..नए समर की..
नए जीवन की......वैभवी उमर की..।
मुझे आशीर्वाद बना कर रखना..
मां हूं मैं तुम्हारी..बहन या कोई साथी..
बस विजय ही तुम्हारी चाहती..।।।
हर समर के लिए प्रेरित करती आप की लेखनी 👍
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
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