चले जाएंगे हम..रोना ना तुम..तुमको हमारी कसम है..

चले जाएंगे हम,

रोना ना तुम..

तुमको हमारी कसम है..

ये मौत क्या है.. 

कुछ भी नहीं है ..

मौत तो आखिर होनी ही है ..

फिर तुमको काहे का गम है..

कौन कहता है कि मिलते नहीं,

लोग जुदा होके,

हम फिर मिलेंगे..

ये यकीन है हमारा..

नहीं ये भरम है..

चले जाएंगे हम..

रोना ना तुम..

तुमको हमारी कसम है..

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ओझल तन मन...जीवन.. हम तुम केवल बंधे बंधे.. हम राही केवल, नहीं हमराही... चले आते हैं, चले जाते हैं... सुबह शाम बिन कहे सुने.. न हाथों का मेल....