खुशियां हों बहारें हों ..आपकी ज़िन्दगी में..

खुशियां हों.. बहारें हों..

आपकी ज़िन्दगी में..

चमकते सितारें हों..

आपकी ज़िन्दगी में..

हम तो अकेले हैं..

अकेला है सफर हमारा..

यूं ही कट जाएगा..

ये रास्ता सारा..

हजारों सहारें हों..

आपकी ज़िन्दगी में..

कभी कोई ग़म ना आए..

आपको रुलाने के लिए..

ना कभी नयन खारे हों..

आपकी ज़िन्दगी में..

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ओझल तन मन...जीवन.. हम तुम केवल बंधे बंधे.. हम राही केवल, नहीं हमराही... चले आते हैं, चले जाते हैं... सुबह शाम बिन कहे सुने.. न हाथों का मेल....