देखो ऐसा है...

देखो ऐसा है..

जीवन में अगर.. सब कुछ पैसा है..

हाथ सर पर तो जरूर होंगे..

पर आशीर्वाद के स्वर नहीं मिलेंगे..

विपत्ति तुम्हारी खैर  ...भाई बंधु हर लेंगे..

नेत्र विहवल नहीं मिलेंगे ।।

आलिंगन खैर होंगे..साथ तुम्हारा देने को..

स्पर्श के कर नहीं मिलेंगे..!!

पास जरूर होंगे..जीवन का ऋण चुकाने वाले..

स्नेहिल प्रतिफल नहीं मिलेंगे..।।

देखो ऐसा है..

जीवन में नहीं, सब कुछ पैसा है !!!









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ओझल तन मन...जीवन.. हम तुम केवल बंधे बंधे.. हम राही केवल, नहीं हमराही...

ओझल तन मन...जीवन.. हम तुम केवल बंधे बंधे.. हम राही केवल, नहीं हमराही... चले आते हैं, चले जाते हैं... सुबह शाम बिन कहे सुने.. न हाथों का मेल....