जहनसीब होते..जो आप करीब होते..

जहनसीब होते..

जो आप करीब होते..

होता ना गर कुछ भी..

सबसे अमीर होते !

अनगिनत अगणित ख्वाहिशों..

के बीच.. एक आपका आना..

ठहर जाना..हो जाता फिर..

बस एक ही ख्वाहिश का रह जाना..

मंजूर होता हमें..हर मंज़र..

चाहे वो कितने भी बेतरतीब होते..

जहनसीब होते ..

जो आप करीब होते ।।


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ओझल तन मन...जीवन.. हम तुम केवल बंधे बंधे.. हम राही केवल, नहीं हमराही...

ओझल तन मन...जीवन.. हम तुम केवल बंधे बंधे.. हम राही केवल, नहीं हमराही... चले आते हैं, चले जाते हैं... सुबह शाम बिन कहे सुने.. न हाथों का मेल....