प्रेम बहुत करते हैं तुमसे.. पर ये गायब हो जाएगा..

प्रेम बहुत करते हैं तुमसे..

गायब हो जायेगा पर ये..

अनायास यू छूने से..

देखकर जो तुमको चमक उठते हैं

आलिंगन के प्रयोजन में हो जाएंगे 

नयन मेरे सूने से..

तबीयत हमारी नहीं छुई मुई सी..

पर हृदय हमारा कोमल है..

ना चाहना जो संबंध हृदय के..

सस्नेह विदा ले लेना..

जाना बहुत करीने से..

प्रेम बहुत करते हैं तुमसे..

पर ये गायब हो जाएगा..

अनायास यूं छूने से..

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ओझल तन मन...जीवन.. हम तुम केवल बंधे बंधे.. हम राही केवल, नहीं हमराही... चले आते हैं, चले जाते हैं... सुबह शाम बिन कहे सुने.. न हाथों का मेल....