जो नहीं रहे अपने , उनकी फिक्र न करो..
जो तुम्हे याद नहीं करते उनका खुद से जिक्र ना करो!
फ़िक्र करोगे भी तो क्या ,मदद कर ना सकोगे..
मदद कर भी दोगे, खुद को उनका ..
अपना ए अदद कर ना सकोगे..
अब रहने भी दो ..…खुद को इतना छोटा साबित न करो..
जो नहीं रहे अपने ,उन्हें अपना रहने की ज़िद ना करो..
जो नहीं रहे अपने, उनकी फिक्र ना करो..